The Unfinished Path- Sushant Tupkari

मेरा पहला प्यार: एक अधूरी दास्तां

एक बार फिर से मैं उसी राह पर चल पड़ा हूँ। दिल ने न जाने कैसे उसे फिर से चाहना शुरू कर दिया है। दिन तो हँसी-खुशी बीत जाता है, लेकिन भीतर से मैं फिर से खुद को बर्बाद करने की राह पर चल पड़ा हूँ।

आज मैंने तय किया है कि उसे फुरसत से देखूंगा। उसकी हसीन सूरत को अपनी आँखों में बसाने की कोशिश करूंगा। यह जानते हुए भी कि वह मुझे मोहब्बत नहीं करती, फिर भी मेरा दिल उसके लिए धड़कता है। दिल की इस उलझन में मैं अकेला भटक रहा हूँ।

उसकी एक झलक पाने के लिए मैं बेकरार हूँ। ऐसा लगता है जैसे उसके बिना मेरे दिल की नसें जम गई हैं। उसके बिना मेरी रातें वीरान हो जाती हैं। कभी मुस्कुरा कर देखती तो सही, शायद मेरा टूटा हुआ दिल कुछ राहत महसूस करता।

जाते-जाते, मैं अपने दिल की एक आखिरी बात कहने जा रहा हूँ। अब तो ख्वाबों में आना छोड़ दो। हम तो पहले ही बर्बाद थे, और अब भी बर्बाद हैं। तेरे साथ भी खुद को खो दिया, और तेरे बिना भी मैं अधूरा हूँ।

यह मेरी ज़िंदगी की पहली मोहब्बत थी। इसके बाद न किसी को दिल दे पाया, और न कोई मेरे दिल में जगह बना पाया।


मोहब्बत का दर्द और उसकी मिठास

मैंने कभी नहीं सोचा था कि कोई इतना खास बन सकता है कि उसके बिना ज़िंदगी अधूरी लगने लगे। लेकिन उसने मेरे दिल के हर कोने को अपने ख्यालों से भर दिया। उसकी हर बात, हर मुस्कान, और हर लम्हा मेरे लिए जैसे जादू था।

उसकी मुस्कान किसी सवेरे की धूप जैसी थी, जो दिल को सुकून देती थी। लेकिन उसकी आँखों में छिपे उस अनकहे सच ने हमेशा मुझे झकझोर दिया। मैं उसकी ओर बढ़ना चाहता था, लेकिन उसके और मेरे बीच जैसे एक अदृश्य दीवार थी।

हर रात उसकी यादों में डूबकर मैं खुद से सवाल करता था – क्या मेरी मोहब्बत अधूरी रहनी थी? क्या यह दर्द मेरी किस्मत है? और फिर, जवाब हमेशा वही आता – कुछ मोहब्बतें मुकम्मल नहीं होतीं, लेकिन उनकी मिठास और दर्द ज़िंदगीभर के लिए यादगार बन जाते हैं।


आशा और वास्तविकता का टकराव

कभी-कभी सोचता हूँ, क्या मैं अपनी मोहब्बत के साथ ज़िंदगी बिताने का सपना देख रहा था? लेकिन सच्चाई तो यह है कि कुछ सपने सिर्फ देखने के लिए होते हैं। मैंने कोशिश की, उसे चाहा, उसे पाने की हर मुमकिन कोशिश की। लेकिन मोहब्बत में सिर्फ चाहना काफी नहीं होता, सामने वाले का प्यार भी ज़रूरी है।

फिर भी, मैं उसे खोने के बाद भी उसके ख्यालों में जिया हूँ। उसकी यादें मेरे साथ चलती हैं, जैसे वह अब भी मेरी ज़िंदगी का हिस्सा हो।


एक अधूरी मोहब्बत का सबक

इस अधूरी मोहब्बत ने मुझे बहुत कुछ सिखाया। मैंने सीखा कि मोहब्बत हमेशा हासिल करना नहीं होती, यह तो एक एहसास है, जो हमें जीना सिखाती है। मैंने सीखा कि दिल टूटने के बाद भी इंसान प्यार करना नहीं छोड़ता।

आज भी, जब उसकी यादें आती हैं, तो मैं मुस्कुराता हूँ। शायद इसीलिए कहते हैं, “पहली मोहब्बत कभी नहीं भूलती।” यह अधूरी कहानी मेरे दिल में हमेशा जिंदा रहेगी, एक ऐसी किताब की तरह, जिसका आखिरी पन्ना कभी लिखा ही नहीं गया।

अधूरी कहानी, अधूरी मोहब्बत

आज भी, जब मैं उसकी यादों में डूबता हूँ, तो एक सुकून मिलता है। वह मेरे पास नहीं है, लेकिन उसकी यादें मेरे साथ हैं। मैंने सीखा है कि हर कहानी का अंत नहीं होता। कुछ कहानियाँ अधूरी रह जाती हैं, और शायद उनकी खूबसूरती भी इसी में है।

मेरी पहली मोहब्बत मेरी सबसे बड़ी कमजोरी भी थी और मेरी सबसे बड़ी ताकत भी। यह एक ऐसी कहानी है, जो कभी पूरी नहीं हुई, लेकिन मेरे दिल में हमेशा जिंदा रहेगी। शायद, कुछ मोहब्बतें सिर्फ महसूस करने के लिए होती हैं, उन्हें अंजाम तक पहुँचाने के लिए नहीं।